हद हो गई अब क्या बाकि रह गया है हिंदुस्तान का सेंशर बोर्ड कर क्या रहा है कभी डर्टी जेसी फिल्मे आती है और अब तो टीवी पर भी विज्ञापन एसे दिखाई पड़ते है की देखने वालो लो भी सरम मह्सुश होने लगती है
मौजूदा समय में एक फेयरनेस क्रिम को लेकर इंटरनेट की दुनिया में जोरदार बवाल मचा हुआ है। यह बवाल हाल ही में टीवी पर प्रसारित हाईजीन फेयरनेस क्रिम के विज्ञापन को लेकर मचा है। इस क्रीम ने यह दावा किया है कि इसके इस्तेमाल से महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट का रंग निखार सकती हैं। इस विज्ञापन के प्रसारण के बाद इंटरनेट की दुनिया में एक नई बहस छिड़ गई है और लोग इस विज्ञापन की जमकर निंदा कर रहे हैं।
आगे की बात करने से पहले आपको विज्ञापन के बारे में बताते हैं। विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक पत्नी इस बात से बेहद परेशान है कि उसका पति उससे ज्यादा अखबारों में खोया रहता है। विज्ञापन में दिखाया गया है कि जैसे ही वह इस हाईजीन क्रीम का इस्तेमाल करती है उसका पति उसकी ओर खिंचा चला आता है।
अब जरा इंटरनेट की दुनिया में मचे घमासान के बारे में चर्चा करते हैं। इस विज्ञापन को लेकर लोगों में खासा रोष है। सोशल नेटवर्किंग साइट यू ट्यूब पर तो इस विज्ञापन को सात लाख से भी ज्यादा लोग देख चुके हैं और इनमें ज्यादातर इसके खिलाफ हैं। यू ट्यूब पर एक यूजर्स ने इस विज्ञापन के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि 'महिलाओं को उपेक्षित महसूस कराने वाला एक और उत्पाद'। वहीं एक दूसरे यूजर्स ने लिखा है कि 'क्या वाकई में इस विज्ञापन में प्राइवेट पार्ट को लेकर महिलाओं की समस्याओं को दिखाया गया है? क्या वाकई में त्वचा का रंग एक समस्या है? यह पूरी तरह बकवास है।'
मालूम हो कि बॉलीवुड की कई हस्तियां और पूर्व आईपीएस अधिकारी किरन बेदी भी फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करते हुए नजर आ चुकी हैं। जिनका दावा है कि उनकी क्रीम के इस्तेमाल से कोई भी गोरा बन सकता है और वह सबकुछ हासिल कर सकता है जिसकी उसे चाहत है। इन विज्ञापनों में दिखाया जाता है कि किस तरह सांवाले रंग वाली लड़की तब तक आगे नहीं बढ़ पाती जब तक कि वो इस जादूई फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल न कर ले। अब सवाल यह है कि क्या इस तरह के विज्ञापन महिलाओं का अपमान नहीं है? क्या गोरा रंग जिंदगी के हर इम्तहान के लिए जरूरी है?
क्या सांवाले रंग वाली लड़की की शादीया नहीं होती ?
क्या सांवाले रंग वाली लड़की रंग को लेके अव्शाद में रहती है ?
आजकल तो इस गोरे रंग ने वापिस रंग भेद निति जेसी प्रथा को याद दिला दिया
मौजूदा समय में एक फेयरनेस क्रिम को लेकर इंटरनेट की दुनिया में जोरदार बवाल मचा हुआ है। यह बवाल हाल ही में टीवी पर प्रसारित हाईजीन फेयरनेस क्रिम के विज्ञापन को लेकर मचा है। इस क्रीम ने यह दावा किया है कि इसके इस्तेमाल से महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट का रंग निखार सकती हैं। इस विज्ञापन के प्रसारण के बाद इंटरनेट की दुनिया में एक नई बहस छिड़ गई है और लोग इस विज्ञापन की जमकर निंदा कर रहे हैं।
आगे की बात करने से पहले आपको विज्ञापन के बारे में बताते हैं। विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक पत्नी इस बात से बेहद परेशान है कि उसका पति उससे ज्यादा अखबारों में खोया रहता है। विज्ञापन में दिखाया गया है कि जैसे ही वह इस हाईजीन क्रीम का इस्तेमाल करती है उसका पति उसकी ओर खिंचा चला आता है।
अब जरा इंटरनेट की दुनिया में मचे घमासान के बारे में चर्चा करते हैं। इस विज्ञापन को लेकर लोगों में खासा रोष है। सोशल नेटवर्किंग साइट यू ट्यूब पर तो इस विज्ञापन को सात लाख से भी ज्यादा लोग देख चुके हैं और इनमें ज्यादातर इसके खिलाफ हैं। यू ट्यूब पर एक यूजर्स ने इस विज्ञापन के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि 'महिलाओं को उपेक्षित महसूस कराने वाला एक और उत्पाद'। वहीं एक दूसरे यूजर्स ने लिखा है कि 'क्या वाकई में इस विज्ञापन में प्राइवेट पार्ट को लेकर महिलाओं की समस्याओं को दिखाया गया है? क्या वाकई में त्वचा का रंग एक समस्या है? यह पूरी तरह बकवास है।'
मालूम हो कि बॉलीवुड की कई हस्तियां और पूर्व आईपीएस अधिकारी किरन बेदी भी फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करते हुए नजर आ चुकी हैं। जिनका दावा है कि उनकी क्रीम के इस्तेमाल से कोई भी गोरा बन सकता है और वह सबकुछ हासिल कर सकता है जिसकी उसे चाहत है। इन विज्ञापनों में दिखाया जाता है कि किस तरह सांवाले रंग वाली लड़की तब तक आगे नहीं बढ़ पाती जब तक कि वो इस जादूई फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल न कर ले। अब सवाल यह है कि क्या इस तरह के विज्ञापन महिलाओं का अपमान नहीं है? क्या गोरा रंग जिंदगी के हर इम्तहान के लिए जरूरी है?
क्या सांवाले रंग वाली लड़की की शादीया नहीं होती ?
क्या सांवाले रंग वाली लड़की रंग को लेके अव्शाद में रहती है ?
आजकल तो इस गोरे रंग ने वापिस रंग भेद निति जेसी प्रथा को याद दिला दिया